कर्क रोग का कारण और बचाव Reason and prevention of cancer
साथियों ,परिस्थिति के अनुसार एक प्रश्न के परिपेक्ष्य में *कैंसर* कर्क रोग पर आधारित यह लेख आप सब तक प्रेषित है , हर सम्भव प्रयास किया गया है कि इसे संक्षेप में और साधारण भाषा में प्रस्तुत किया जाय जिससे सभी जन मानस को समझने में आसानी हो -- आपका ज्ञान प्रकाश मिश्र 'बाबुल'
सबसे पहले जान लें कि *कर्क रोग cancer* है क्या ?????
मैं तो इसे *कचरे का रोग* कहता हूँ ,शरीर के अंदर अनावश्यक कचरे के जमाव से उतपन्न रोग ही कैसर या कर्क रोग है ।
यह रोगों का एक वर्ग है जो तीन श्रेणियों में विभक्त हैं
पहला जिसमें कोशिकाओं के एक समूह में अनियंत्रित वृद्धि हो जाती है
दूसरा यह आस-पास के उतकों का विनाश और उन पर आक्रमण शुरू कर देता है
तीसरा लसिका या रक्त के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में भी फ़ैल जाता है । कर्क के ये तीन लक्षण इसे सौम्य गाँठ अथवा ट्यूमर या अबुर्द के नाम से विभेदित करते हैं, जो स्वयं सीमित हैं किन्तु आक्रामक नहीं हैं अधिकांश कैंसर एक गाँठ या ट्यूमर बनाते हैं, लेकिन कुछ रक्त के कचरे गाँठ नहीं बनाते है साथ ही प्रत्येक गांठ जो शरीर के अंतः या बाह्य भाग में होती है आवश्यक नही की वह कैंसर ही हो ।
चिकित्सा की वह शाखा जो कर्क के अध्ययन, निदान, उपचार और रोकथाम से सम्बंधित है उसे ऑन्कोलॉजी या अर्बुदविज्ञान कहते है।
*कैसर के प्रकार*
कर्क रोग के प्रकार
सामान्य भाषा मे हम इसे *कचरे का रोग* कह सकते हैं
इसके सैकड़ों प्रकार हैं। कैंसर के प्रकार को नाम अक्सर उन अंगों के नाम पर दिया जाता है ,जहां कैंसर शुरू होता हैं, जैसे -- सॉफ्ट, टिश्यू ,सारकोमा ,ब्लैडर कैंसर ,स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, किडनी कैंसर, ल्यूकेमिया, यकृत कैंसर, फेफड़ों का कैंसर लिम्फोमा ,अग्नाशय कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, त्वचा कैंसर, गलग्रंथि का कैंसर ,गर्भाशय का कैंसर आदि आदि
*सभी उम्र के लोगों को, यहाँ तक कि भ्रूण को भी यह रोग प्रभावित कर सकता है* किन्तु अधिकांश किस्मों में इसका जोखिम उम्र के साथ बढ़ता जाता है
जरूरी नहीं कि शरीर में जमे कचरे से ही यह रोंग शरीर में उत्पन्न हो, चिकित्सा विज्ञान के अध्ययन में यह पाया गया है कि यह रोग अनुवांशिक कारणों से भी एक दूसरे में पाया जाता है इसलिए प्रत्येक नागरिक को यह देखना होगा कि उसके शरीर में अनावश्यक कचरा ना जमा हो।
लगभग सभी प्रकार का कचरा रोग/कर्क रोग/ रूप बदलती कोशिकाओं के आनुवंशिक पदार्थ में असामान्यताओं के कारण होते हैं। ये असामान्यताएं कार्सिनोजन या कर्कट पैदा करने वाले कारक के कारण हो सकती हैं जैसे तम्बाकू , धूम्रपान, विकिरण, रसायन, या संक्रामक कारक कचरे को उत्पन्न करने वाली अन्य आनुवंशिक असामान्यताएं कभी कभी DNA के कारण भी हो सकती हैं, या आनुवंशिक रूप से जन्म से ही प्राप्त हो सकती हैं जो सभी कोशिकाओं में उपस्थित होती हैं।
*अब हम क्या करें*
रसायनों पर निर्भरता कम करनी होगी
एलोपैथिक दवाओं का उपयोग कम करना होगा
भोजन पात्र के रूप में जस्ते का उपयोग बंद करना होगा
प्लास्टिक को जीवन से खत्म करना होगा
व्यसनीय पदार्थ तंबाकू ,सिगरेट, शराब ,मांस ,मदिरा इनका सेवन बंद करना होगा
स्वस्थ शरीर के लिए हमें नियमित तौर पर योग ,ध्यान ,प्राणायाम अपनाना होगा
शरीर में जमा हो रहे अपशिष्ट पदार्थों को समय-समय पर विशेष प्रक्रिया को अपनाकर शरीर से बाहर उत्सर्जित करना होगा
बेमतलब अनावश्यक खाद्य पदार्थों को त्यागना होगा
सुरुचिपूर्ण ,सुपाच्य और सुगंधित भोजन ग्रहण करना होगा
मित्रों आपको जितना आसान यह सब पढ़कर लग रहा है उतना ही आसान इसे अपनाना है , सिर्फ एक बार शुरुआत करने की देरी है आइए संकल्प लें शरीर में ना कचरा होगा ना कर्करोग होगा
*निदान*
सामान्यतया एक बायोप्सी या शल्य चिकित्सा के द्वारा गाँठ को हटाया जाता है या रक्त कचरे को उत्सर्जित किया जाता है , कैंसर का उपचार शल्य चिकित्सा, रसायन चिकित्सा और विकिरण चिकित्सा के संयोजन के द्वारा किया जाता है।
.......... कुछ और जोड़ूंगा या लिखूंगा तो पुनः आपकी सेवा में उपस्थित होऊंगा ,तब तक के लिए आज्ञा दें - नमस्कार
ज्ञान प्रकाश मिश्र
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