Not only in the Corona era, private school teachers always in trouble all the time
कोरोना काल मे ही नही हर समय रहता है प्राइवेट स्कूल शिक्षकों का दुर्दिन 🙏 जय हिंद, किसी भी देश की दशा और दिशा सुधारने के लिए शिक्षकों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है , इनकी उंगली पकड़ कर ही विकास का रथ खींचने वाला महारथी पलता और बढ़ता है -- किन्तु इन *शिक्षकों की दशा की जो अनदेखी वर्तमान दौर में हो रही है उन सब का जिम्मेदार कौन है ????* पूरा विश्व *कोरोना महामारी* के संकट से गुजर रहा है , इस भयावह स्थिति में जब सरकारें ,संस्थाएं , उच्च आय वर्ग के लोग निर्धन ,गरीब , श्रमिक वर्ग, और दैनिक कार्य कर जीवन यापन करने वाले लोंगों की मदद को आगे आये *इसी परिस्थिति में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाला अध्यापक भी आशा भरी निगाहों से देख रहा था* हाल ही में *लैपिड्री ट्रस्ट* संस्था की तरफ से कराए गए एक सर्वेक्षण *गुरु दक्षिणा* के परिणामों से यह बात स्पष्ट हो गई की *प्राइवेट स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की दशा न सिर्फ कोरोना काल मे बल्कि पूरे समय लगभग एक जैसी ही रहती है* जून 2020 में 15 दिन तक चले एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में सैकड़ों लोंगों ने प्रतिभाग किया जिसके परिणाम स्वरूप यह तथ्य सामने आया कि ...